चिल्ला में पानी की किल्लत के चलते सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां

 


चिल्ला में पानी की किल्लत के चलते सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां


नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली की त्रिलोकपुरी विधानसभा के चिल्ला गांव में पानी की किल्लत के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां पर लॉकडाउन में भी पानी के लिए मारा-मारी जैसे हालात हैं। गांव के सैकड़ों लोग रोजाना घंटों तक एक जगह इकट्ठा होकर पानी के टैंकर का इंतजार करते हैं। बृहस्पतिवार को भी गांव में ऐसा ही नजारा था।


 

स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके यहां दो दिन में केवल एक बार नलों में पानी आता है। इसके अलावा रोजाना शाम को छह बजे दिल्ली जल बोर्ड का पानी का टैंकर आता है। टैंकर से पानी भरने के लिए रोजाना लोगों को लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता है। कई बार घंटों तक इंतजार करने के बावजूद पानी का टैंकर नहीं आता। वर्षों से चिल्ला गांव की हालत ऐसी ही है। पीने का पानी लेने के लिए लोग मजबूरन एक जगह पर इकट्ठा हो रहे हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के खतरे से लोगों को बचाने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं।
स्थानीय विधायक रोहित कुमार महरोलिया ने बताया कि चिल्ला में यह समस्या काफी पुरानी है और वह महज दो माह पहले विधायक बने हैं। हालांकि लॉकडाउन है लेकिन लोगों को पानी तो देना ही है। इसलिए दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय किया। पहले लोगों की लाइन लगवाई जाती है और टैंकर आने पर पुलिस की मौजूदगी में पानी बंटवाया जाता है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाता है।